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Bihar Election 2025: सीट बंटवारे से उपेंद्र कुशवाहा का टूटा दिल – बोले, "कई घरों में आज खाना नहीं बना होगा,

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मोहम्मद आलम 

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए में आखिरकार सीट बंटवारे की गुत्थी सुलझ गई,
लेकिन इस ऐलान के बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का मन साफ तौर पर भारी दिखा.जहां बीजेपी और जेडीयू बराबर-बराबर 101 सीटों पर लड़ेंगी, वहीं कुशवाहा की पार्टी को मिलीं सिर्फ 6 सीटें — और यहीं से शुरू हुआ सियासी सन्नाटा.

कई घरों में आज खाना नहीं बना होगा: कुशवाहा का भावुक पोस्ट वायरल,सीटों की संख्या से असंतुष्ट उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जो लिखा,
उसने बिहार की सियासत में भावनाओं का तूफान ला दिया.

उन्होंने कहा —

“प्रिय साथियों, आपके मन के अनुरूप सीटों की संख्या तय नहीं हो पाई.मैं जानता हूं कि हजारों कार्यकर्ता निराश हुए होंगे,
कई घरों में आज खाना तक नहीं बना होगा.लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि आप मेरी और पार्टी की विवशता समझेंगे.उनकी ये पंक्तियां राजनीतिक गलियारों में तेजी से वायरल हो गईं ,और एनडीए के भीतर “असंतोष की दरारें” दिखने लगीं.
धैर्य रखिए, आने वाला वक्त सब बता देगा"अपने दूसरे पोस्ट में कुशवाहा ने और साफ कर दिया कि वे पूरी तरह टूटे नहीं हैं,बल्कि मौजूदा हालात को समझते हुए आगे की रणनीति बना रहे हैं.
उन्होंने लिखा ,हर फैसले के पीछे कुछ परिस्थितियां दिखती हैं, कुछ नहीं.मुझसे नाराज़ होना स्वाभाविक है,लेकिन थोड़ा धैर्य रखिए – आने वाला समय खुद सब कुछ बता देगा.”
इस बयान ने सियासी हलचलों को और हवा दे दी.कुशवाहा ने एनडीए में रहते हुए भी “निराशा की चिंगारी” जिंदा रखी है.
NDA में सीटों का फार्मूला तय, लेकिन संतोष अधूरा
एनडीए की ओर से बीजेपी और जेडीयू को 101-101 सीटें,
लोजपा (रामविलास) को 29,
जबकि हम (जीतन राम मांझी) और आरएलएम (उपेंद्र कुशवाहा) को 6-6 सीटें दी गई हैं.बीजेपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने पोस्ट कर कहा ,एनडीए के सभी साथी दलों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में सीट बंटवारा पूरा किया.पर सियासी गलियारों में सवाल उठने लगे हैं ,क्या सच में सब सौहार्दपूर्ण था?

 राजनीतिक संकेत साफ – कुशवाहा अब ‘वेट एंड वॉच’ मूड में

कुशवाहा भले अभी एनडीए में बने हैं,पर उनकी पोस्ट ने यह इशारा दे दिया है कि आने वाले दिनों में समीकरण बदल भी सकते हैं.
राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि वह “अंदर से असंतुष्ट लेकिन रणनीतिक रूप से शांत” हैं.सीट बंटवारे से एनडीए ने जहां एकजुटता का दावा किया है,
वहीं उपेंद्र कुशवाहा के शब्दों ने बता दिया है,गठबंधन मजबूत है, लेकिन मन अब भी टूटा हुआ है

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